Chhaava Movie Review By Komal Nahata(Filminformation)
"लक्ष्मण उटेकर का निर्देशन सराहनीय है। उन्होंने फिल्म को एक बड़ा कैनवास और विशाल स्केल दिया है और एक शानदार फिल्म बनाई है जो दर्शकों को बांधे रखती है। एआर रहमान का संगीत वैसा नहीं है जैसा होना चाहिए था। फिल्म में हिट गाने होने चाहिए थे। लेकिन एआर रहमान का बैकग्राउंड म्यूजिक बेहतरीन है और इसे अलग पहचान मिलनी चाहिए। इरशाद कामिल के गीत और कविता सराहनीय हैं। विजय गांगुली को कोरियोग्राफर के रूप में सीमित गुंजाइश मिलती है; फिर भी, उनके गानों का चित्रण आकर्षक है। सौरभ गोस्वामी की सिनेमैटोग्राफी शानदार है। परवेज़ शेख और टोडर लाज़रोव द्वारा एक्शन और स्टंट दृश्यों की कोरियोग्राफी अभूतपूर्व है। दोनों एक्शन निर्देशक पूरे अंक पाने के हकदार हैं। प्रोडक्शन डिज़ाइनिंग (सुब्रत चक्रवर्ती और अमित रे द्वारा) और कला निर्देशन (अविजित घोष, दिलीप गणपति रोकाडे और रजत पठारे द्वारा) बेहतरीन स्तर के हैं। मनीष प्रधान का संपादन बहुत ही शानदार है।"
Chhaava Movie Review By Priyanka Singh(Jagran)
"विक्की कौशल ने कहा था कि उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती यही थी कि वह छत्रपति संभाजी महाराज कैसे बन सकते हैं। उस चुनौती को वह पूरी जिम्मेदारी के साथ पूरा करते हैं। कुशल योद्धा की तरह दुश्मनों को खदेड़ने से लेकर मराठाओं में स्वराज्य के प्रति अभिमान बढ़ाकर जोश भरने और क्लाइमेक्स में लहुलुहान, बेड़ियों में जकड़े होने, आंखें, जीभ और नाखून निकालने के बावजूद सर ऊंचा करके मुगलों के सामने खड़े रहने वाले वीर मराठा योद्धा संभाजी महाराज के हर एक पल को विक्की ने जिया है।"
Chhaava Movie Review By Pankaj Shukla(Amar Ujala)
"फिल्म के कुछ सीन वीभत्स हैं जो कमजोर दिल वाले नहीं देख पाएंगे। क्लाइमैक्स देखकर दुख यह होता है कि सबकुछ अच्छा बनाया गया, बस मेकर्स उसे अच्छे से पेश नहीं कर पाए। न जाने ऐसी क्या हड़बड़ी थी कि न किरदारों को बिल्ट अप हाेने दिया और न ही इमोशंस को। रही सही कसर बैकग्राउंड म्यूजिक ने पूरी कर दी। आधी फिल्म में सीन कुछ और है.. और म्यूजिक कुछ और ही।"
Chhaava Movie Review By Pallavi(Aaj Tak)
"पिक्चर में काफी डायलॉगबाजी है. लेकिन शायद ही कोई डायलॉग होगा, जो आपको बाद में याद रहे. ढीले फर्स्ट हाफ के बाद एक्शनभरा सेकेंड हाफ आपके मन में दिलचस्पी जगाता है. पिक्चर का म्यूजिक बहुत खास नहीं है, लेकिन इसका बैकग्राउंड स्कोर आपके एक्सपीरिएंस को अच्छा बनाता है. इसमें टॉर्चर के सीन्स हैं, जो आपको दूसरी तरफ देखने पर मजबूर करेंगे. खूब-खराबा, मारकाट जैसे सीन्स से अगर आपको दिक्कत है तो मन पक्का करके ही आपको 'छावा' देखने जाना चाहिए."
Chhaava Movie Review By Rekha Khan(NBT)
"फिल्म का पहला रोंगटे खड़े कर देने वाले युद्ध का दृश्य ही इसके मूड को सेट कर देता है। साथ ही ये स्थापित हो जाता है कि निर्भय और निडर छावा किस कमाल का आक्रामक योद्धा है। फिल्म पहले भाग में छावा, उसकी वीरता और किरदारों को स्थापित करने में वक्त लगाती है, मगर दूसरे भाग में कहानी रोमांचकारी बनती जाती है। हालांकि निर्देशक का पूरा जोर छावा की शूरवीरता को दर्शाने पर रहा है, यही वजह है कि छावा की बैकस्टोरी पर ज्यादा काम नहीं किया गया है और इसी कारण फिल्म में एक पुख्ता कहानी की कमी खलती है। हां, फिल्म के तमाम एक्शन सीक्वेंस जानदार, शानदार और स्टाइलिश हैं, जिनकी कोरियोग्राफी तारीफ के काबिल है।"
Chhaava Movie Review By Sonali Naik(TV9)
"‘चंदू चैंपियन’ हो, ‘स्काई फोर्स’ हो फिर ‘छावा’ बात जब देश से जुड़ी हो और खासकर हमारे अनसंग हीरो पर बनी फिल्मों की हो तो इन फिल्मों को जरूर देखना चाहिए, वैसे ही हमारा इतिहास अब हमें हमारी स्कूल की किताबों में पढ़ने नहीं मिलता. बाकी हमारे इस स्वराज्य में फिल्म मेकर्स को भी अपने अंदाज में फिल्में बनाने की स्वतंत्रता मिले, तो और ज्यादा अच्छा होगा. फिल्म नजदीकी सिनेमाघरों में हैं, जाकर जरूर देखिए."
Chhaava Movie Review By Pratik Shekhar(News 18)
"मेरे हिसाब से आपको ये फिल्म देखनी चाहिए, क्योंकि ये एक पारिवारिक फिल्म है और आप इसे अपने बच्चों को भी दिखा सकते हैं. हम सभी को पता होना चाहिए कि इतिहास में क्या हुआ है. किताब में इतिहास पढ़ने और उस इतिहास को स्क्रीन पर देखने में बहुत अंतर होता है और इसमें कोई शक नहीं है कि विक्की कौशल ने इस फिल्म में भी अपना बेस्ट दिया है."
Chhaava Movie Review By Amit Bhatia(ABP News)
"ये फिल्म देखते हुए आपको लगेगा कि आप इतिहास की उन गलियों में वापस चले गए हैं, आप छत्रपति संभाजी महाराज के शौर्य को, उनकी महानता को, उनकी वीरता को बड़े करीब से महसूस करेंगे. फिल्म का हर एक फ्रेम आपको बांधकर रखेगा, पलक झपकने का मौका ये फिल्म नहीं देगी, लड़ाई के सीन ग्रैंड हैं. नकली नहीं लगते. परफॉर्मेंस इस फिल्म को एक अलग स्केल पर ले जाती हैं. आप इतिहास की इस कहानी को जानकर गर्व महसूस करते हैं कि हम उस देश में रहते हैं जहां छत्रपति संभाजी महाराज जैसे वीर पैदा हुए. आखिरी का आधा घंटा इतना ज्यादा हिला डालेगा कि आपको नॉर्मल होने में वक्त लगेगा."
Chhaava Movie Review By Narendra Saini(NDTV)
"छावा में संभाजी महाराज की वीरता को प्रणाम है. लेकिन यह कई ऐसी खामियां समेटे है जो इमोशनल कनेक्ट बनाने की राह में रोड़ा अटकाती हैं. इसका अंत लंबा कर दिया गया है, जिस तरह का दर्द और बलिदान दिखना चाहिए था, मिसिंग है. एक्शन में कई खामियां है. एक जगह साफ दिख जाता है कि तलवार गर्दन में नहीं घुसी बल्कि गले के दूसरी साइड है. फिर वहीं एक सीन में तो मरने वाला योद्धा गर्दन टेढ़ी कर तलवार को थामे है. छावा देखते हुए जेहन में यही सवाल आता है कि इस फिल्म को संजय लीला भंसाली ने बनाया होता तो..."
Chhaava Movie Review By Rahul Yadav(Jansatta)
"अब बात करें फिल्म ‘छावा’ को देखने की और ना देखने के सवाल की तो ऐसी फिल्में देखने के लिए बहुत कम ही मिल पाती हैं तो जाहिर है कि देखना चाहिए। अगर आप पीरियड फिल्मों के दीवाने हैं तो ये आपके लिए किसी ट्रीट से कम नहीं हैं। वहीं, विक्की के फैन हैं तो छावा के रोल में उनको देखना एक अलग अनुभव है। फिल्म की कहानी के साथ-साथ एक्टिंग में भी दम है। कुल मिलाकर आपको इस फिल्म को मिस नहीं करना चाहिए। साहस और वीरता की इस सच्चाई को जरूर देखना चाहिए।"
Chhaava Movie Review By Shwetank(Lallantop)
"'छावा' हार्मलेस एंटरटेनमेंट है. ये आपको टुकड़ों में एंटरटेन करने की कोशिश करती है. कुछ मौकों पर सफल भी होती है. अधिकतर मौकों पर 'छावा' एक ऐसी फिल्म बनी रहती है, जिससे आप कुछ बेहतर होने की उम्मीद लगाए रहते हैं."