Deva Movie Review By Komal Nahata(Filminformation)
"रोशन एंड्रयूज का निर्देशन ठीक है, लेकिन उनका कथन मुख्य रूप से क्लास ऑडियंस को लक्षित करता है। साथ ही, उनका कथन कई बार भ्रमित करने वाला हो जाता है। विशाल मिश्रा का संगीत अच्छा है। भसड़ गीत लोगों को आकर्षित करता है। राज शेखर के बोल काफी अच्छे हैं। बॉस्को लेस्ली मार्टिस की कोरियोग्राफी प्यारी है। जेक बिजॉय का बैकग्राउंड म्यूजिक शानदार है। अमित रॉय की सिनेमैटोग्राफी अच्छे स्तर की है। एक्शन और स्टंट दृश्यों को असाधारण रूप से कोरियोग्राफ किया है। संदीप शरद रावड़े की प्रोडक्शन डिजाइनिंग बढ़िया स्तर की है। ए. श्रीकर प्रसाद का संपादन और भी बेहतर होना चाहिए था। कुल मिलाकर, देवा इतनी क्लासी है कि टिकट खिड़की पर कोई प्रभाव नहीं डाल पाएगी। यह एक फ्लॉप शो साबित होगा।"
Deva Movie Review By Smita Srivastava(Jagran)
"बतौर निर्देशक रोशन एंड्रयूज की यह पहली हिंदी फिल्म है। इंटरवल से पहले कहानी धीमी गति से आगे बढ़ती है। उसमें देव के अतीत की परतें खुलती है। एक दृश्य में डॉक्टर कहती है कि एक्सीडेंट से पहले तुम देव ए थे। एक्सीडेंट के बाद देव बी हो गए है। याददाश्त खोने के बाद देवा की दुविधा को लेखकों ने सरसरी तौर पर पेश किया गया है। उसे बेहतर तरीके से पेश किया जा सकता था।"
Deva Movie Review By Pankaj Shukla(Amar Ujala)
"फिल्म ‘देवा’ एक अच्छी मलयालम फिल्म का सस्ता हिंदी संस्करण है। और ये संस्करण बनाने में भी रोशन को 12 साल लगे हैं। फिल्म ‘देवा’देखते समय जो एक बात बार बार याद आती रहती है वह ये कि आखिर इसके पोस्टर पर अमिताभ बच्चन का फोटो लगाने का मतलब क्या रहा होगा? क्या ये कि जब इमरजेंसी से पहले के गुस्सैल हीरो को उस समय की जनता प्यार कर सकती है तो साल 2025 में किरदार से ढीले इस हीरो को जनता क्यों नहीं प्यार करेगी? सामाजिक द्वंद्व का ये एक अच्छा रास्ता चुनने का मौका फिल्म ‘देवा’ के आधा दर्जन के करीब लेखकों के पास रहा।"
Deva Movie Review By Subodh Mishra(Aaj Tak)
"'देवा' के बारे में कुल मिलाकर कहा जाए तो इसमें एक अच्छी मसाला एंटरटेनर होने का चांस पूरा था. कहानी के ट्विस्ट का ट्रीटमेंट और अच्छा होता तो 'देवा' बहुत मजबूत फिल्म बन जाती. फिलहाल इसका ट्रीटमेंट इसे एक औसत मसाला एंटरटेनर बनाता है, जो निराश तो नहीं करती मगर इसमें 'वाओ' मोमेंट्स की कमी खलती है. सिर्फ शाहिद को मास स्टाइल में स्क्रीन पर देखने के लिए ही इस फिल्म का टिकट खरीदा जा सकता है."
Deva Movie Review By Rekha Khan(NBT)
"पुलिस और गैंगस्टर की कहानी हिंदी फिल्मों में नई नहीं है। अनगिनत बार चोर-पुलिस की इस कहानी को बॉलीवुड में भुनाया जा चुका है। फिर निर्देशक रोशन एंड्रयूज की फिल्म की यह कहानी आज से तकरीबन 12 साल पहले आई 'मुंबई पुलिस' की रीमेक है, तो कहानी में नयापन का अभाव है। 2025 में आप इस कहानी से कनेक्ट नहीं कर पाते। फिल्म का स्क्रीनप्ले कमजोर है। फर्स्ट हाफ लंबा है और देखा जाए, तो असली कहानी इंटरवल के बाद शुरू होती है। आप जब क्लाइमैक्स में पहुंचते हैं, तो चौंकते जरूर हैं, मगर कई सवालों के जवाब नहीं मिल पाते।"
Deva Movie Review By Pratik Shekhar(News 18)
"फिल्म पहले हाफ तक अपनी सामान्य गति से तेज चलती है, लेकिन दूसरे हाफ में यह धीरे-धीरे बहुत धीमी हो जाती है, जो आपको थोड़ा बोरियत जरूर महसूस कराएगी. अगर कहानी धीमी से तेज होती है, तो बाद में अपनी गति की भरपाई कर लेती है, लेकिन ‘देवा’ के साथ इसका उल्टा हुआ है. इसलिए मेकर्स को फिल्म की गति पर थोड़ा ध्यान देना चाहिए था. हालांकि फिल्म के धीमी होने की वजह फिल्म में देव का किरदार भी हो सकता है, जो आपको फिल्म देखने के बाद ही पता चलेगा."
Deva Movie Review By Divya Keshri(Prabhat Khabar)
"देवा में शाहिद कपूर के अलावा पूजा हेगड़े, पावेल गुलाटी, प्रवेश राणा ने भी शानदार परफॉर्मेंस दी है. फिल्म का गाना ‘भसड़ मचा’ने रिलीज के साथ ही दर्शकों को इम्प्रेस कर दिया था और झूमने पर मजबूर कर दिया था. एनर्जी से भरे इस सॉन्ग में शाहिद ने धांसू डांस किया है. देवा एक परफेक्ट पैकेज है—एक्शन, ड्रामा और मिस्ट्री से भरपूर, जो दर्शकों को एंटरटेन करती है."
Deva Movie Review By Amit Bhatia(ABP News)
"ये फिल्म जबरदस्त एंटरटेनर है, शाहिद कपूर का ऐसा अंदाज दिखता है कि आप कबीर सिंह को भूल जाएंगे. कहानी शुरू से आपको बांध लेती है और उसके बाद एक के बाद एक कमाल के सीन और शाहिद का जबरदस्त परफॉर्मेंस, आप 1 सेकेंड के लिए स्क्रीन से हटते नहीं हैं. एक्शन सीन कमाल के हैं, सारे सीन बहुत ज्यादा कन्विंसिंग लगते हैं. मुंबई के स्लम्स को अच्छे से दिखाया गया है, कहानी में आगे क्या होगा आपको पता नहीं चलता और इसलिए आप एंड तक सांस थामे रहते हैं."
Deva Movie Review By Ashish Tiwari(Dainik Bhaskar)
"अगर आप शाहिद कपूर के फैन हैं और एक इंटेंस पुलिसिया बैकग्राउंड पर बेस्ड थ्रिलर देखना चाहते हैं, तो फिल्म देवा देख सकते हैं। लेकिन धीमी रफ्तार और कमजोर स्क्रीनप्ले से समझौता करना पड़ेगा। क्लाईमैक्स जरूर थोड़ा इंटरेस्ट पैदा कर सकता है। कहा जा रहा है कि यह मलयालम फिल्म मुंबई पुलिस ही रीमेक है, हालांकि इसे देखने के बाद ऐसा कुछ नहीं लगता। यह एक फ्रेश फिल्म है।"
Deva Movie Review By Narendra Saini(NDTV)
"फिल्म स्लो है. कुछ सस्पेंस है, जिसे जबरदस्ती बनाया जा रहा है. ना हीरो से कनेक्शन बन पाता है और ना ही विलेन का ही कुछ कोई खबर है. फिल्म की कहानी सेम टू सेम 2013 की मुंबई पुलिस पर आधारित है, जो मलयालम फिल्म है. सिर्फ मर्डर की वजह को बदला गया है. पूजा हेगड़े का रोल ओके है. इम्प्रेस नहीं करती. पूरी मूवी शाहिद कपूर पर बेस्ड है."
Deva Movie Review By Nancy Tomar(News 24 Online)
"देवा एक शानदार एक्शन-थ्रिलर है, जो आपको मुंबई पुलिस की उस दुनिया में लेकर जाता है, जो ज्यादा रियलिस्टिक है। अगर आप एक्शन-सस्पेंस-थ्रिलर के शौकीन हैं, तो देवा एक मस्ट वॉच ऑप्शन है।"