![]() |
Zero Se Restart Experts Review |
Zero Se Restart Review By Komal Nahata(Filminformation)
"कुल मिलाकर, ज़ीरो से रीस्टार्ट , जो हिट 12वीं फ़ेल के निर्माण के बारे में है , बॉक्स-ऑफ़िस टेस्ट में विफल हो जाएगी क्योंकि यह उबाऊ, नीरस और अर्थहीन है। रीस्टार्ट तो छोड़िए, यह तो स्टार्ट भी नहीं कर पाएगी!"
Zero Se Restart Review By Upma Singh(NBT)
"'12वीं फेल' जहां चंबल के अति निम्नवर्गीय परिवार के मनोज कुमार के तमाम मुश्किलों और चुनौतियों के बावजूद आईपीएस बनने के अपने सपने के पीछे लगे रहने और उसे सच करने की प्रेरक कहानी है, वहीं 'जीरो से रीस्टार्ट' 70 साल की उम्र में अपने भीतर के निर्देशक को एक नया आगाज देने वाले फिल्ममेकर विधु विनोद चोपड़ा के इसी हार न मानने वाले जज्बे की दास्तान है।"
Zero Se Restart Review By Sana Farzeen(India Today)
"कुल मिलाकर, यदि आप 12वीं फेल के प्रशंसक हैं या फिल्म निर्माण की कला के प्रति जुनून रखते हैं, तो आपको ज़ीरो से रीस्टार्ट पसंद आएगी।"
Zero Se Restart Review By Times Now Digital(Times Now)
"जीरो से रीस्टार्ट शीर्षक वाली यह फिल्म उन जादुई पलों पर केंद्रित है जो 12 वीं फेल को जन्म देने के लिए एक साथ आए । पहली बार किसी फिल्म निर्माता ने बड़े पर्दे पर बीटीएस फुटेज जारी किया है।"
Zero Se Restart Review By Amit Bhatia(ABP News)
"ये फिल्म जब शुरू हुई तो लगा कि इसे थिएटर में लाने की क्या जरूरत थी. इसे यूट्यूब पर डाल देते, लेकिन थोड़ी ही देर में लगा कि ये तो वाकई देखने लायक है. 12th fail वैसे भी कमाल की फिल्म है और ये फिल्म देखकर 12th fail की यादें ताजा होती हैं. अगर फिल्म मेकिंग में दिलचस्पी है, अगर शूटिंग कैसे होती है ये जानना है तो ये फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए."
Zero Se Restart Review By Saibal Chatterjee(NDTV)
"भले ही आप ज़ीरो टू रीस्टार्ट को एक आत्म-प्रशंसापूर्ण अभ्यास के रूप में देखते हों , लेकिन इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता कि यह एक छोटा सा चमत्कार है। यह फिल्म निर्माण के सभी उतार-चढ़ाव, दर्द और खुशियों, गलत शुरुआत और नई शुरुआत के साथ एक अद्भुत आकर्षक अंदरूनी दृष्टिकोण है। यह एक ऐसी फिल्म है जो व्यापक दर्शकों की हकदार है।"
Zero Se Restart Review By Aashish Tiwari(Dainik Bhaskar)
"भारतीय सिने इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ कि किसी फिल्म की मेकिंग वीडियो या यूं कहें तो BTS (बिहाइंड द सीन्स) पर एक अलग फिल्म बना दी गई है। यह एक्सपीरिएंस आपके लिए अलग और नया हो सकता है, इसलिए बिना किसी झिझक के आराम से इसे थिएटर में देख सकते हैं।"