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The Buckingham Murders Review Hindi: फिल्म के ज्यादातर डायलॉग इंग्लिश भाषा में, कहानी दिलचस्प और ट्विस्ट एंड टर्न से भरपूर |
Movie Name | The Buckingham Murders |
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Release Date | 13 September 2024 |
Run Time | 1 Hours 50 Min (110 minutes) |
Cast | Kareena Kapoor Khan, Keith Allen, Ranveer Brar |
Director | Hansal Mehta |
Producer | Shobha Kapoor, Ekta Kapoor, Kareena Kapoor Khan |
Production Companies | Balaji Motion Pictures, Mahana Films |
Our Rating | 3/5 |
The Buckingham Murders Review Hindi
The Buckingham Murders Review By Komal Nahata(Filminformation)
"हंसल मेहता का निर्देशन अच्छा है क्योंकि उन्होंने नाटक को परिपक्वता के साथ संभाला है। हालाँकि, यह जोड़ना ज़रूरी है कि कथन बहुत ही क्लास-अपीलिंग है; उनके कथन और नाटक में भी आम लोगों के लिए ज़्यादा कुछ नहीं है। केतन सोधा और नाइट सॉन्ग रिकॉर्ड्स का बैकग्राउंड म्यूज़िक कार्यवाही के प्रभाव को बढ़ाता है। एम्मा डेल्समैन का कैमरावर्क बहुत आकर्षक है। डोमिनिक किनियर्ड के एक्शन और स्टंट सीन यथार्थवादी हैं। मे डेविस की प्रोडक्शन डिज़ाइनिंग अच्छे स्तर की है। अमितेश मुखर्जी का संपादन बेहतरीन है। कुल मिलाकर, द बकिंघम मर्डर्स एक साधारण फिल्म है, लेकिन यह ओटीटी पर देखने के लिए अधिक उपयुक्त है। ऐसे में, टिकट खिड़कियों पर इसके चलने की संभावना बिल्कुल भी अच्छी नहीं है।"
The Buckingham Murders Review By Amit Bhatia(ABP News)
"ये एक अच्छी थ्रिलर है, एक के बाद एक चौंकाने वाली चीजें होती हैं. फिल्म 2 घंटे से भी कम टाइम की है और इस वजह से कहीं खिंची नहीं लगती. कहानी को दिलचस्प तरीके से पेश किया गया है, जो आप सोचते हैं वैसा नहीं होता और एंड तक आप बस सोचते रह जाते हैं कि कातिल कौन होगा. फिल्म के ज्यादातर डायलॉग इंग्लिश में हैं और ये इस फिल्म की बहुत बड़ी दिक्कत है. थिएटर में हिंदी फिल्म देखने आने वाला दर्शक शायद ये पसंद न करे लेकिन फिल्म अच्छी है. कुल मिलाकर अगर इंग्लिश डायलॉग से दिक्कत नहीं है तो ये फिल्म जरूर देखिए."
The Buckingham Murders Review By Pankaj Shukla(Amar Ujala)
"फिल्म ‘द बकिंघम मर्डर्स’ में हंसल मेहता को अपनी फिल्म का माहौल रचने में जिन दो तकनीशियनों से सबसे ज्यादा मदद मिली है, उनमें सिनेमैटोग्राफर एम्मा डेल्समैन का उल्लेख करना बहुत जरूरी है। कैमरा कैसे किरदारों की जासूसी करके खुद दर्शक को एक मर्डर मिस्ट्री में एक जासूस होने की तपिश महसूस कराने लगता है, इसे समझना हो तो हंसल की ये फिल्म जरूर देखिए। फिल्म में मारधाड़ भी है, नाटकीयता भी है और इंसानी एहसास भी भर भरके हैं, लेकिन हिंदी सिनेमा के सेट टेम्पलेट के सारे तत्व होने के बावजूद हंसल ने इन्हें पेश करने का तरीका बिल्कुल कच्चा रखा है। केतन सोढा और नाइट सॉन्ग रिकॉर्ड्स का बैकग्राउंड म्यूजिक इसे पकाने की कोशिश लगातार करता रहता है और इस आंच में फिल्म का रंग भी खूब निखरता है। गाने एक दो ठीक बन पड़े हैं। डिस्क्लेमर यहां ये देना बहुत जरूरी है कि ठेठ हिंदी भाषी दर्शकों के लिए फिल्म का असली संस्करण देखना दिक्कत भरा हो सकता है। ऊपर से फिल्म के क्रेडिट्स में कलाकारों और तकनीशियनों के नामों का अंग्रेजी से जिस तरह की हिंदी मे ट्रांसलिटरेशन किया गया है, वह परेशान करने वाला है।"
The Buckingham Murders Review By Ashish Rajendra(Jagran)
"ज्यादातर वास्तविक कहानियों और मुद्दों पर फिल्में बनाने वाले हंसल ने इस फिल्म से नया प्रयोग किया है। यह फिल्म उनकी पिछले कामों से बेहद अलग है। बकिंघमशायर शहर भी एक किरदार की तरह है। फिल्म को वास्तविकता के करीब रखने के लिए फिल्म को हिंदी के साथ हिंग्लिश में रिलीज किया गया है, तो टिकट ध्यान से बुक करें, क्योंकि हिंग्लिश फिल्म में 80 प्रतिशत अंग्रेजी का प्रयोग है, जो हिंदी दर्शकों के फिल्म देखने का मजा किरकिरा कर सकता है।"
The Buckingham Murders Review By Pallavi(Aaj Tak)
"डायरेक्टर हंसल मेहता ने काफी सूझबूझ के साथ फिल्म 'द बकिंघम मर्डर्स' को बनाया है. फिल्म की कहानी असीम अरोड़ा, राघव राज कक्कड़ और कश्यप कपूर ने लिखी है. कहानी जितनी दिलचस्प और सस्पेंस भरी है हंसल ने उतने ही अच्छे तरीके से इसे पर्दे पर उतारा है. फिल्म आपको अपने साथ कई उतार-चढ़ाव पर लेकर जाती है और शुरू से अंत तक आपको अपने साथ बांधे रखती है. इसकी एडिटिंग और रफ्तार भी अच्छी है. हालांकि इसका म्यूजिक कुछ खास नहीं. ये फिल्म अंग्रेजी भाषा में बनाई गई है, जिसका मतलब है कि ज्यादातर बातचीत इंग्लिश में है. बीच-बीच में आपको हिंदी में बातचीत भी सुनने को मिलती है. साथ ही इसका हिंदी डब वर्जन भी रिलीज हुआ है. अगर आप वीकेंड पर फिल्म देखने का प्लान बना रहे हैं और सस्पेंस थ्रिलर फिल्मों को पसंद करते हैं तो 'द बकिंघम मर्डर्स' आपके लिए बनी है."
The Buckingham Murders Review By Pratik Shekhar(News 18)
"हंसल मेहता के निर्देशन में बनी इस फिल्म को जब देखने बैठेंगे तो कुर्सी से तब तक नहीं उटने का मन करेगा, जब तक कि क्लाइमैक्स में पूरा राज न खुल जाएगा. हंसल एक दिग्गज फिल्म निर्देशक हैं, इसलिए वह अच्छे से जानते हैं कि दर्शकों क्या चाहिए और क्या नहीं. इसके अलावा फिल्म थोड़ी कमियां भी नजर आती है, जैसे फिल्म की कहानी बहुत तेजी से आगे बढ़ती नजर आती है. ऐसा लगता है कि यह फिल्म थोड़ी और लंबी हो सकती थी, लेकिन इसे छोटा करने के चक्कर में कुछ चीजें अधूरी लगती है. वैसेकुल मिलाकर देखा जाए तो आप इस फिल्म को जरूर एंजॉय करेंगे. अगर आप सस्पेंस फिल्मों के शौकीन हैं, तो फिर यह फिल्म आपको पसंद आने वाली है."
The Buckingham Murders Review By Rekha Khan(NBT)
"निर्देशक हंसल मेहता समाज की जटिल और असहज करने वाली परतों को कुरेद कर खोल देने में माहिर हैं। हालांकि, हंसल की कहानी औसत दर्जे की है, मगर उनका ट्रीटमेंट फिल्म को खास बना देता है। हॉलिवुड में हम 'हैपी वेली' और 'ब्लू लाइट्'स जैसी इन्वेस्टगेटिव क्राइम-थ्रिलर्स को देख चुके हैं। केट विंस्लेट की सीरीज 'मेर ऑफ ईस्टटाउन' इसका रोचक उदाहरण है, मगर बॉलिवुड में करीना कपूर सरीखी हीरोइन को इस रूप में देखना मजेदार लगता है। हालांकि विदेशी बैकग्राउंड के कारण अंग्रेजियत ज्यादा नजर आती है। क्लाइमैक्स चौंकाता है।"
The Buckingham Murders Review By Zinia Bandyopadhyay(India Today)
"बकिंघम मर्डर्स एक बेहतरीन फिल्म है जिसमें बेहतरीन अभिनय देखने को मिलता है। अगर आपको एक अच्छी थ्रिलर फिल्म पसंद है जिसमें एक सम्मोहक कहानी और कई परतों वाला कथानक हो, तो यह फिल्म आपको जरूर देखनी चाहिए।"
The Buckingham Murders Review By Saibal Chatterjee(NDTV)
"बकिंघम मर्डर्स में हर मोड़ पर एक आम अपराध कहानी से कहीं ज़्यादा है। हंसल मेहता ने जिस गहराई से इस शैली की फ़िल्म को पेश किया है, करीना कपूर खान ने जिस शानदार अभिनय से दर्शकों का दिल जीता है और सक्षम सहायक कलाकारों की एक जोड़ी - ख़ास तौर पर रणवीर बरार एक शोक संतप्त पिता के रूप में, ऐश टंडन एक कठोर जासूस के रूप में, कपिल रेडेकर एक हत्या के आरोपी युवक के रूप में और कीथ एलन एक अनुभवी पुलिस अधिकारी के रूप में, जो सेवानिवृत्ति से कुछ ही दिन दूर है, इसे देखने के लिए इसे देखें। कुल मिलाकर, द बकिंघम मर्डर्स अपने संसाधनों का भरपूर उपयोग करती है।"
The Buckingham Murders Review By Punit Upadhyay(TV 9)
"इस फिल्म का निर्देशन शाहिद, ओमेर्टा और अलीगढ़ जैसी फिल्में बनाने वाले दिग्गज फिल्म निर्देशक हंसल मेहता ने किया है. वे अपने करियर में कई सीरियस फिल्में बनाते आए हैं जिन्हें अवॉर्ड भी मिला है. ये फिल्म ज्यादा जीवंत इसलिए लगती है क्योंकि इसका बैकग्राउंड और लोकेशन, सिचुएशन से मैच कर रहा है. साथ में इसकी कास्टिंग को भी इस हिसाब से ही किया गया है. फिल्म में 70 पर्सेंट संवाद तो इंग्लिश में ही हैं. लेकिन ये कहीं से भी ऑड नहीं लगता है. इसकी स्क्रिप्टिंग में जान है. फिल्म एक ही पैटर्न को फॉलो करती है वो है कातिल को पकड़ना. इसके इर्द-गिर्द ही फिल्म की स्क्रिप्टिंग को शेप दिया गया है और भावनाव में ज्यादा बहने से बचा गया है."