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Phir Aayi Hasseen Dillruba(Netflix) Review Hindi: ट्विस्ट एंड टर्न से भरपूर तापसी और विक्रांत मैसी की फिल्म |
Movie Name | Phir Aayi Hasseen Dillruba |
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Release Date | 09 August 2024 |
Run Time | 2 Hours 13 Minutes (133 minutes) |
Cast | Taapsee Pannu, Vikrant Massey, Sunny Kaushal, Bhumika Dube, Jimmy Shergill |
Director | Jayprad Desai |
Producer | Aanand L. Rai, Himanshu Sharma, Bhushan Kumar, Krishan Kumar |
Production Companies | Colour Yellow Productions & T-Series Films |
Phir Aayi Hasseen Dillruba Story
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review Hindi
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Bollywood Hungama
"कुल मिलाकर, फिर आई हसीन दिलरुबा पहले भाग की तरह मनोरंजक नहीं है, लेकिन फिर भी, इसमें मनोरंजक दृश्य और ट्विस्ट और टर्न हैं। कास्टिंग, पहले भाग की लोकप्रियता और बोल्ड और रोमांचकारी कंटेंट के कारण, इसे भारी दर्शक मिलेंगे।"
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Komal Nahata(Filminformation)
"कनिका ढिल्लों ने एक बहुत ही रोचक कहानी लिखी है जो दर्शकों को अनुमान लगाने के खेल में उलझाए रखती है। हालाँकि उनकी पटकथा कई बार भ्रमित करने वाली लगती है, फिर भी, इसमें मनोरंजक और दिलचस्प पलों की भरमार है जो दर्शकों की दिलचस्पी को कभी भी खतरनाक स्तर तक कम नहीं होने देते। क्लाइमेक्स में खुलासे दिलचस्प और चौंकाने वाले दोनों हैं, जो नाटक के कुछ नीरस पलों की भरपाई करते हैं। नाटक में हल्के-फुल्के पलों की कमी है। कनिका ढिल्लों के संवाद काफी मनोरंजक हैं। तापसी पन्नू ने रानी की भूमिका में बढ़िया काम किया है। विक्रांत मैसी ने वाकई शानदार अभिनय किया है। जयप्रद देसाई का निर्देशन काफी अच्छा है। अनुराग सैकिया का बैकग्राउंड म्यूजिक आकर्षक है। विशाल सिन्हा की सिनेमैटोग्राफी अच्छी है। अब्बास अली मोगुल के एक्शन और स्टंट सीन काफी रोमांचकारी हैं। निखिल कोवाले की प्रोडक्शन डिजाइनिंग उपयुक्त है। हेमल कोठारी और अभिषेक शेट्टी का संपादन, जितेंद्र डोंगरे द्वारा अतिरिक्त संपादन के साथ, कुरकुरा है। कुल मिलाकर, 'फिर आई हसीन दिलरुबा' एक अच्छी मनोरंजक फिल्म है।"
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Pankaj Shukla(Amar Ujala)
"फिल्म ‘फिर आई हसीन दिलरुबा’ इसके पुरुष कलाकारों की वजह से देखी जाने लायक है। भले इस बार आदित्य श्रीवास्तव के किरदार की लंबाई पर कैंची चल गई हो लेकिन उनके फिल्म में पहली बार ही दिखते ही कहानी की नई करवट रोचक लगने लगती है। बाद में उनका फोकस जिमी शेरगिल छीन लेते हैं और हर अहम बात से पहले गैस की गोली खाने वाले मोंटू चाचा का अपने पर्स में अपने भतीजे (हर्षवर्धन राणे) की फोटो लेकर घूमना भी कहानी का ताप बढ़ाता रहता है। फिल्म के दूसरे सहायक कलाकारों में भूमिका दुबे ने बेहद शानदार काम किया है और उनकी अभिनय प्रतिभा ‘बारह बाई बारह’ के बाद एक बार फिर बड़े परदे पर खिलकर निखरी है। वेब सीरीज ‘बंबई मेरी जान’ में रहीम के किरदार में शानदार एक्टिंग करने वाले आलोक पांडे पर भी दर्शकों की नजर रुकती है, लेकिन ऐसे कद्दावर अभिनेता के किरदार की गहराई बेहतर हो सकती थी।"
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Pallavi(Aaj Tak)
"इस फिल्म को देखकर लगता है कि इसे बनाने कोई खास जरूरत नहीं थी. रानी और रिशु की कहानी में भले ही लोगों को दिलचस्पी रही हो, लेकिन ये जो डायरेक्टर जयप्रद देसाई ने बना दिया है और कनिका ढिल्लों ने लिख दिया है. फिल्म की कहानी काफी सेंसलेस है. इसकी शुरुआत ड्रमैटिक तरीके से होती है और जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है आप अपना सिर पकड़कर बैठ जाते हैं. अगर आप बीमारी में इसे देख रहे हैं तो भगवान आपका मालिक है. कम से कम मेरे साथ तो ऐसा ही था. आपका कुछ भी फालतू बर्दाश्त करने का फिल्टर बुखार में हो जाता है. ऐसे में पिक्चर को बिना लॉजिक वाला होना साफ दिखाई देने लगता है."
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Amit Bhatia(ABP News)
"तापसी पन्नू के इस सीक्वल ने दिखाया है कि जरूरी नहीं फिल्मों के सीक्वल हर बार खराब ही हो. कहानी को आगे भी अच्छे से पिरोया जा सकता है और यहां वो हुआ भी है. हालांकि कुछ जगह आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि फिल्म थोड़ी स्लो चल रही है लेकिन आगे आने वाले ट्विस्ट आपको सीट से उठने नहीं देंगे. हम सब जानते हैं हसीन दिलरुबा और फिर आई हसीन दिलरुबा की रानी दिनेश पंडित की किताबों की फैन हैं. लेकिन हो सकता है तापसी पन्नू का डायलॉग "पंडित जी कहते हैं..." आपको बार बार सुनने में अच्छा ना लगे. इस बार फिल्म में इंटीमेट सीन्स पिछली बार के मुकाबले कम देखने को मिली है. कहानी को इस सिरे पर छोड़ा गया है जहां उसे आगे बढ़ाने की गुंजाइश बाकी रहे. फिल्म में किशोर कुमार की आवाज में बज रहा गाना 'एक हसीना थी' फिल्म के बेहतरीन हिस्सों में से एक है. पार्ट 1 और पार्ट 2 से ये साफ पता चल रहा है कि 'फिर आई हसीन दिलरुबा' के मेकर्स इसके लिए एक लॉयल ऑडियन्स बनाना चाहते हैं जो इसके हर पार्ट की कहानी को याद रखते हुए अगला पार्ट देखना चाहे."
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Saibal Chatterjee(NDTV)
"फिर आई हसीन दिलरुबा में ऐसी उलझनें हैं जो हसीन सदिलरुबा में भी देखने को मिली थीं। शुक्र है कि वे बहुत ज़्यादा घिसी-पिटी नहीं लगतीं, इसका श्रेय मुख्य रूप से मुख्य जोड़ी को जाता है जो अपनी पूरी ताकत और दृढ़ विश्वास के साथ चीज़ों को बखूबी निभाते हैं। अंतिम विश्लेषण में, फिर आई हसीन दिलरुबा कोबरा और मगरमच्छ से ज़्यादा बिल्ली और चूहे की लड़ाई है। उत्तर भारतीय पहाड़ी शहर में फिल्म के अंतिम क्षणों में संकेत स्पष्ट हैं- कहानी अभी खत्म नहीं हुई है। लेकिन क्या हम और देखने के लिए तैयार हैं? हां, अगर तापसी पन्नू इसी जोश के साथ महिला प्रधान शैली की इस कवायद को आगे बढ़ाती रहीं।"
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Ashish Rajendra(Jagran)
"निर्देशक जयप्रद देसाई की पकड़ पहले हाफ पर मजबूत है, लेकिन दूसरे हाफ में ढीली पड़ जाती है। रास्तों के सीसीटीवी फुटेज देखकर, दिनेश पंडित की किताब पढ़कर, काल रिकार्ड्स निकालकर घटना का पता लगाने वाले पुलिस के सीन हास्यास्पद लगते हैं। पंडित जी कहते हैं कि चलन से ना चाल से प्यार करने वालों को परखों उनके दिल के हाल से... जैसे कई संवाद मूल फिल्म के फील को बनाए रखते हैं।"
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Dhaval Roy(Times Of India)
"फिर आई हसीन दिलरुबा अगर विस्मयकारी नहीं है, तो भी आकर्षक है और इसमें कुछ मनोरंजक क्षण हैं। हालांकि यह फिल्म स्टाइलिश सौंदर्य और प्रतिभाशाली कलाकारों को बरकरार रखती है, लेकिन फिल्म में दर्शकों को आकर्षित करने के लिए आवश्यक मौलिकता और रहस्य का अभाव है। कुछ बेहतर लेखन और अधिक केंद्रित कहानी के साथ, यह एक यादगार सीक्वल हो सकती थी।"
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Arushi Jain(India Today)
"निर्देशक जयाप्रद देसाई के लिए यह फिल्म एक चुनौती थी, खासकर तब जब पहली फिल्म ने दर्शकों के दिलों में अपनी जगह बना ली थी। देसाई ने इस चुनौती को स्वीकार किया और एक अच्छा सीक्वल दिया। दर्शकों को फिल्म का विस्तृत क्लाइमेक्स पसंद आ सकता है। हालांकि, इस बार की स्क्रिप्ट दुर्भाग्य से पहले वाली फिल्म की तुलना में अधिक पूर्वानुमानित है, जिसमें पहले वाली फिल्म के झटके नहीं हैं।"
Phir Aayi Hasseen Dillruba Review By Upma Singh(NBT)
"राइटर कनिका ढिल्लन की गढ़ी रानी और रिशू की ये दुनिया पहले ही लोगों को अपने मोहपाश में बांध चुकी है। इस बार भी किरदारों की रहस्यमयी जर्नी आपको काफी देरी तक बांधें रखती है। जयप्रद देसाई के सधे हुए निर्देशन में कसा हुए स्क्रीनप्ले, लाल और डार्क कलर पैलेट, 'पल्प फिक्शन' स्टाइल का ट्रीटमेंट, काल्पनिक राइटर दिनेश पंडित के हवाले से कहे गए वन लाइनर्स और बढ़िया बैकग्राउंड स्कोर फिल्म के सस्पेंस को बनाए रखते हैं।"