Anupama 9th August 2024 Written Update Hindi: सागर ने सुनाई मीनू को अपनी कहानी

Anupama 9th August 2024 Written Update Hindi: सागर ने सुनाई मीनू को अपनी कहानी

Anupama 9th August 2024 Written Update Hindi: अनुपमा के आज के एपिसोड में दिखाया जाता है कि अनुज बांसुरी बजा रहा होता है और अनुपमा वहां रखे हुए सेबों पर ILU लिख देती है और अनुज उन्हें देखता है और U वाला सेब खाने लगता है तभी अनुपमा पीछे से कागज का बना हुआ एरोप्लेन उसकी ओर फेंकती है और अनुज भी उसकी ओर एक फूल फेंकता है अनुपमा उसे पकड़कर मन ही मन बहुत खुश होती है। उधर सागर रिक्शा साफ कर रहा है तभी मीनू अंदर से आती है और उसकी ओर चुटकी बनकर इशारे करती है सागर भी उसकी ओर चुटकी बनकर इशारे करता है तभी अंश सागर के पीछे से निकलकर मीनू की ओर भागता है और सागर को पता चलता है कि मीनू चुटकी बनकर अंश को इशारा कर रही है वह मीनू से पूछता है कि तुम लोग यह चुटकी क्या बना रहे थे कोई वीडियो गेम है क्या? मीनू कहती है तुम्हें नहीं पता की यह क्या होता है? सागर कहता है कि नही मुझे नहीं पता इसीलिए तो तुमसे पूछ रहा हूं। मीनू कहती है यह कोरियन आर्ट है और इसका मतलब होता है आई लव यू, गलती से किसी लड़की को दिखा मत देना वरना वह... सागर मुंह के अंदर कहता है फिर पीटूंगा, मीनू कहती है क्या? सागर कहता है कुछ नहीं मीनू ऑटो में बैठ जाती है।

सागर मीनू से उतरने को कहता है वह कहता है कि में तुम्हारे लिए दूसरा ऑटो मंगवा दूंगा क्योंकि अगर तुम्हारे मामा और भाई ने देख लिया तो यहीं पर महाभारत खड़ी कर देंगे। मीनू पूछती है कि तुम इतना डरते क्यों हो? सागर कहता है बात डर की नहीं है, मैं आशा भवन में रहने वाला एक मामूली सा लड़का हूं जो पढ़ाई लिखाई कर के वकील बनना चाहता है में बड़े लोगों से नहीं लड़ पाऊंगा और तुम्हारे मामा ने अगर एक और पुलिस कंप्लेंट कर दी मेरी तो मेरा करियर बर्बाद हो जाएगा। मीनू कहती है यह बड़े लोग छोटे लोग यह सब बेकार की बात अपने दिमाग से निकल दो, हम सब इंसान हैं और सब बराबर हैं दूसरी बात यह की जब इतना बड़ा तमाशा हुआ था उसके बाद भी तुमने हमारी मदद की, तो अब क्या हुआ? और तीसरी बात मुझे हॉस्पिटल जाने के लिए देर हो रही है और टाइम भी कम है और मेरे पास टाइम होता तो मैं दूसरा ऑटो खुद ढूंढ लेती, वह कहती है प्लीज चलो अब तुम क्या वैट कर रहे हो की कोई आकर हमें देख ले और फिर तुम चलोगे?

सागर कहता है लेकिन गार्ड, मीनू कहती है गार्ड की टेंशन मत लो उसे मैंने आंख की दवा दे दी है उसे कुछ दिखाई नहीं देगा, देखो में भी चाहती हूं कि शांति बनी रहे और तुम किसी मुसीबत में ना पड़ो क्योंकि तुम बहुत अच्छे हो, यह सुनकर सागर के दिल में लड्डू फूटने लगते हैं और वह मीनू के साथ खुद के सपने देखने लगता है लेकिन तभी उसके मुंह पर एक अखबार चिपक जाता है सागर उसे हटाकर कहता है कि यह लोग समोसे खा कर पेपर डस्टबीन में क्यों नहीं डालते? मीनू उसे देखकर हंसने लगती है सागर खुद से कहता है क्या सोच रहा था तू पागल हो गया है क्या सागर। मीनू कहती है अब चले हॉस्पिटल में सच में इमरजेंसी है सागर उसे लेकर जाने लगता है, उधर तोशू किसी से फोन में बात करते हुए कहता है कि मेरे 3 लाख रुपए लगा दे, तुझे क्या लगा पिछली बार दो लाख हार गया तो अब हिम्मत नहीं करूंगा? अबे तीन का छह बनाऊंगा में बड़े रिस्क के लिए बड़ा जिगरा चाहिए जो है मेरे पास, चल ठीक है लगा दे। वह पैसे लेकर जा रहा होता है और बीच में किंजल से टकरा जाता है उसके सारे पैसे नीचे गिर जाते हैं, किंजल कहती है इतना सारा कैश कहां लेकर जा रहे हो? तोशू कहता है कि कुछ काम है। किंजल कहती है कि मुझसे यह मत कहना की तुम जुआ खेलने जा रहे हो, तोशू कहता है जुआ नही है इन्वेस्टमेंट है, जितना इनवेस्ट करूंगा उतना ही प्रॉफिट मिलेगा, किंजल कहती है इन्वेस्टमेंट का नाम लेकर तुम गलत काम को सही साबित नहीं कर सकते तोशू।

आगे वह कहती है की मैं बच्ची नहीं हूं मुझे सब समझ आता है की तुम रातभर कहां रहते हो और क्या काम करते हो, आज किस पर सट्टा लगाया है क्रिकेट पर, फुटबॉल पर या स्पेशल जुआ खेलने जा रहे हो? तोशू कहता है तुम जानकर क्या करोगी? बस इतना समझ लो की पैसा ही पैसे को खींचता है, किंजल कहती है और हराम का पैसा भी मेहनत की कमाई को साथ ले जाता है तोशू। तोशू कहता है मेरा पैसा है दुबाऊं, आग लगाऊं तुम्हें क्या? किंजल कहती है तुम्हारा पैसा नहीं है यह पापा का पैसा है, तोशू कहता है हां तो पापा भी मेरे हैं ना, मेरे बाप का पैसा है में उड़ा रहा हूं तुम्हें क्या प्रॉब्लम है? किंजल यह सब अमीरों के शौक होते हैं और हाई सोसाइटी में रहने के लिए यह सब करना पड़ता है, वरना इंप्रेशन खराब होता है तुम क्या समझोगी? किंजल कहती है में क्या समझूंगी? हाई सोसाइटी में कैसे रहते हैं? क्या करते हैं? यह में तुमसे बेहतर जानती हूं तो तुम मुझे मत बताओ, दुर्भाग्यपूर्ण तुम्हें यहां नहीं पता कि लक्ष्मी का अनादर करने से लक्ष्मी चली जाती है, प्लीज में तुमसे रिक्वेस्ट करती हूं तोशू गलत काम करना बंद कर दो और यह कैश वापिस रख दो तुम चाहो तो मैं मम्मी से बात करती हूं वह तुम्हें उनकी कोचिंग दवे कोचिंग सेंटर में फिर से ज्वाइन कर देगी यह पैसे वापिस रख दो प्लीज, यूके और यूएस में भी तुम यही सब करते थे।

वह आगे कहती है शॉर्टकट के चक्कर में तुम जेल जाते-जाते बचे हो भूल गए क्या? भूल गए कि गुंडे कैसे हमारे घर पर आकर हमें धमका कर जाते थे? यहां पर भी वैसा होगा तो हम कहां जाएंगे यार तोशू? मेरे बारे में मत सोचो अपनी बेटी के बारे में भी तो सोचो, प्लीज गलत लोगों के साथ उठना-बैठना बंद कर दो, मैं फिर से वह सब नहीं देखना चाहती, मैं तुम्हारे हाथ जोड़ती हूं वह पैसे वापिस रख दो। तोशू कहता है कि और में तुम्हारे हाथ जोड़ता हूं किंजल की यह मिडिल क्लास वाली बातें मत करो, तुम तो हाई सोसाइटी से हो ना? तो यहां मिडिल क्लास वाली औरतों जैसी बातें क्यों कर रही हो? किंजल एक बात साफ-साफ सुन लो मेरे सपने बड़े-बड़े हैं, करोड़पति नहीं बनना मुझे अरबपति बनना है मुझे और वह मैं तुम्हारी मम्मी की कोचिंग ज्वाइन करके नहीं बन सकता, जो मैं कर रहा हूं वह मुझे करने दो चुपचाप।किंजल कहती है अमीर बनने के लिए गलत काम करोगे? तोशू कहता है हां करुंगा क्योंकि सही काम करके कोई अमीर बनता नहीं है किंजल, यह कहकर वह वहां से चला जाता है और किंजल कहती है कुत्ते की दुम सीधी हो सकती है पर यह आदमी नहीं।

आगे दिखाया जाता है कि मीनू ऑटो में नाखून चबा रही है, सागर कहता है की टेंशन लेने से कुछ नहीं होगा जब मैं बता रहा है कि 10 मिनट लगेंगे तो 10 मिनट लगेंगे और जब पता है कि 10 मिनट लगेंगे तो नाखून चबाने से क्या होगा? मीनू कहती है सही कहा खुद डॉक्टर हूं और पता है कि स्ट्रेस सेहत के लिए बिल्कुल अच्छी नहीं होती लेकिन फिर भी ले रही हूं। सागर कहता है पहले मैं भी तुम्हारी तरह ट्रैफिक को देख कर बहुत इरिटेड हो जाता था, मीनू कहती है अब नही होते, सागर कहता है नही मैंने खुद को समझा लिया है की अगर नजारे नहीं बदल सकते तो नजर को बदल लो मतलब अगर अपने आसपास के हालत नही बदल सकते तो अपना एटिट्यूड बदल लो और अगर मेरी मानो तो शिकायत करने से लाख गुना बेहतर है कि एंजॉय करो, मीनू पूछती है तुम वकील हो या फिर फिलोस्फर? सागर कहता है वकील तो बनने की कोशिश कर रहा हूं पर फिलोस्फर जिंदगी ने बना दिया है, मीनू समय देखती है और कहती है कि तुम एक काम करो कुछ बातें ही करो, सागर कहता है क्या बात करूं तुम्हें इंडियन कांस्टीट्यूशन के बारे में बताऊं मैं, पता है की हमारे संविधान के अंदर 448 आर्टिकल है मीनू इरिटेड होकर कहती है ऑर्डर, ऑर्डर, अरे बातें करने का मतलब कुछ बताओ तुम तो ट्यूशन ही पढ़ाने लगे लॉ की। सागर कहता है सॉरी सागर बात करने के बारे में सोचने लगता है, मीनू कहती है तुम इतना क्या सोच रहे हो? बात करने के लिए बोला है।

सागर कहता है वैसे तो में नॉनस्टॉप बातें करता हूं लेकिन जैसे ही कोई मुझे कोई बात करने के लिए कहता है मेरा दिमाग हड़ताल पर चला जाता है, मीनू उसे देखकर हंसने लगती है और कहती है की तो तुम यह बताओ कि तुम आशा भवन में कब से हो? सागर कहता है हां यह बता सकता हूं मैं आशा भवन में तब से हूं जब मैं 10 साल का था। मीनू कहती है मतलब तुम बचपन से आशा भवन में रह रहे हो? सागर कहता है हां, मीनू पूछती है तो तुम्हारा अपना घर? मतलब तुम्हारी फैमिली? सागर कहता है मेरे पैदा होने के कुछ दिन बाद ही मेरे पापा की डेथ हो गई थी और कुछ सालों बाद मां भी चल बसी लेकिन मां ने मुझे मामा के पास सूरत में छोड़ दिया था और मेरे मामा की बनिया की दुकान थी और मैं उन्हीं के साथ काम करता था लेकिन मामाजी वजन तौलते वक्त इतनी बेईमानी करते थे जो मुझे अच्छा नहीं लगता था और जब मामाजी दुकान पर नही होते थे मैं गरीबों को समान फ्री में बांट देता था, में पढ़ना चाहता था लेकिन मामाजी ने कहा कि तू पढ़कर क्या करेगा? तुझे तो दुकान पर ही बैठना है और दुकान में जितना हिसाब किताब होता है उतना तुझे आता है, में क्या करता? उनकी बातों को मानना मेरी मजबूरी हो गई थी क्योंकि मैं उन्हीं के घर पर रहता था।

आगे वह कहता है कि फिर मामाजी को पता चल गया कि मैं गरीबों को राशन फ्री में बांटता हूं, मीनू पूछती है फिर? सागर कहता है फिर मेरे मामाजी ने मुझे इतना मारा और घर से भी निकाल दिया। मीनू पूछती है फिर? सागर कहता है पहले तो तुम थोड़ा पीछे होकर बैठो अचानक ब्रेक लगेगी तो तुम गिर जाओगी, मीनू पूछती है आगे बताओ फिर क्या हुआ? सागर कहता है फिर में अपना गुजारा करने के लिए यहां वहां छोटा मोटा काम करता रहा, फिर भगवान की ऐसी कृपा रही की आशा आंटी ने मुझे देख लिया उन्हें पता चला कि में अनाथ हूं तो मुझे आशा भवन में लेकर आ गई उन्होनें मुझे पढ़ाया लिखाया और आज आशा भवन मेरा परिवार है और वही मेरा घर है। मीनू कहती है इतनी छोटी सी उम्र में क्या क्या देखना पड़ा तुम्हें,सागर कहता है कि अगर मामा जी ने मुझे घर से नही निकाला होता तो आज मैं उनकी दुकान पर काम कर रहा होता और मेरा वकील बनने का सपना, सपना ही रह जाता।

प्रीकैप: अनुपमा के आज के प्रोमों में, दिखाया जाता है की अनुज बिजली के खंभे के सामने आध्या के होने की कल्पना करता है, और वह धीरे-धीरे खंभे की ओर बढ़ता है। आगे दिखाया जाता है कि अनुपमा के पैर में मोच आई है, और वह कहती है में आपके पास चलकर नही आ सकती, अगर हम साथ नहीं चलेंगे, तो हमारी बच्ची के कैसे ढूंढेंगे अनुज। उधर हॉस्पिटल में मीनू के साथ उसके सीनियर रैगिंग करने लगते हैं, मीनू उनसे कहती है यहां रैगिंग करना अलाउड नही है, वह अपना स्टेथॉस्कोप दिखाकर सभी से कहती है दूर हो जाओ वरना, में सबके सर फोड़ दूंगी। उसके सीनियर कहते हैं इस से फोड़ोगी। तभी वहां सागर की एंट्री होती है और वह सबको मरना स्टार्ट कर देता है लेकिन उसे भी मार पड़ती है जिस पर मीनू चिल्लाती है, सागर। उधर अनुज बिजली के बॉक्स को छूने वाला है, और अनुपमा को एहसास होता है की अनुज के साथ कुछ बुरा होने वाला है और इसी के साथ आज का प्रोमों खत्म हो जाता है।


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