Anupama 23rd August 2024 Written Update Hindi: अनुपमा की दुकान पर नही आया कोई ग्राहक, तोशू और पाखी ने लिए अनुपमा के मजे

Anupama 23rd August 2024 Written Update Hindi
Anupama 23rd August 2024 Written Update Hindi: अनुपमा की दुकान पर नही आया कोई ग्राहक, तोशू और पाखी ने लिए अनुपमा के मजे

Anupama 23rd August 2024 Written Update Hindi: अनुपमा के आज के एपिसोड की शुरुआत अनुपमा से होती है जो आशा भवन के लोगों के साथ अपनी दुकान पर ग्राहकों का इंतजार कर रही है, बाबूजी उसे तसल्ली देते हुए कहते हैं कि नए ग्राहक आने में समय लगता है और बाद में यहां भीड़ लग जाएगी। अनुपमा बाबूजी से कहती है बिजनेस का सबसे पहला वसूल सब्र रखना है वह अनुज की ओर देखते हुए कहती है मैनें यह बहुत बड़े गुजराती बिजनेसमैन से सीखा था। सागर कहता है की एक ग्राहक आएगा तो वह अपने साथ दस ओर नए ग्राहक लेकर आएगा। बालाकाका कहते हैं ओर इसी तरह दस से सौ ओर सौ से हजार ग्राहक बढ़ते जाएंगे, वह कहते हैं कि हमारे पास पैसे नहीं हैं और ऊपर से प्रॉपर्टी टैक्स भी भरना है इसलिए आशा सदन से तुम्हें यह स्टॉल चलाना पड़ रहा है। अनुपमा कहती है आज हमारे पास पैसे नहीं हैं तो यह छोटा-सा ठेला है लेकिन कल जब हमारे पास बहुत पैसे होगें तो हम बड़ी-सी दुकान लगाएंगे, हमारे पास यह आशा भवन एक लकी चार्म है जिसने हम सब को आश्रय दिया है, यह धरती इतनी पावन है कि यहां से सब अच्छा ही होगा। 

सागर और अनुज 'अनु की रसोई' के पैंपलेट्स बांटने के लिए निकल पड़ते हैं, अनुपमा कहती है की बाकी लोगों का तो पता है कि खुश नहीं होंगे लेकिन तपिश, मीनू और किंजल क्यों नहीं आए? आगे अनुपमा पहले ग्राहक का इंतजार करने लगती है। उधर तोशू और पाखी वनराज को टीटू और मीनू के खिलाफ भड़काते हैं, पाखी उसे अनुपमा के खिलाफ भड़काते हुए कहती है कि मम्मी आपसे एक-एक करके सबको छीनना चाहती है। तोशू वनराज से कहता है कि आपको कई बड़ा कदम उठाना ही होगा। दोपहर तक अनुपमा का खाना नही बिकता तो सभी को चिंता होने लगती है अनुपमा कहती है कि अगर इतना सारा खाना नही बिका तो आशा भवन में इतने सारे लोग हैं वह उस खाना को वेस्ट नही करेंगे बल्कि खुद ही खा लेंगे। अनुज और सागर पेंपलेट्स को लोगों में बांटने लगते हैं, मीनू किंजल और टीटू बालकनी से अनुपमा को ऑल द बेस्ट बोलते हैं। आगे अनुपमा को कॉलेज के डीन द्वारा उसका टिफिन वापस दिया जाता है, अनुपमा उसे खोलती है और उसमें चॉकलेट देखकर हैरान होती है।

वह वहां खड़े बच्चों के चॉकलेट बांटने लगती है तभी उसकी नज़र आध्या द्वारा रखी हुई चिट्ठी पर पड़ती है वह उसे खोलती और देखती है कि उस चिट्ठी पर तो चॉकलेट लगी हुई है वह उसे साफ करने की कोशिश करती है। उधर अनुज पैंपलेट बांटते हुए जाता रहता है तभी वहां आध्या की नई मां के पर्स से चाबियाँ गिरती है। अनुज उन्हें चाबियाँ देने के लिए जाने लगता है पर वह कुछ देर बाद गायब हो जाती है अनुज आस पास के लोगों से पूछता है और उसे पता चलता है कि वह लेडी उस घर के अंदर गई है। आगे दिखाया जाता है कि आध्या की नई मां उसे जबरदस्ती जलेबी खिलाने लगती है आध्या उसके हाथ से जलेबी गिरते हुए कहती है मुझे नही खाना आपकी प्रिया को यह पसंद होगी मुझे नही है मेरे साथ जबरदस्ती मत कीजिए। आध्या के वहां से जाने के बाद वह अपने पति से कहती है कि मैं प्रिया से बहुत प्यार करती हूं, उनके पति कहते हैं कि प्यार का मतलब बेड़ियां लगाना नही होता और अगर उसे प्रिया चाहिए तो उसे प्रिया को आजादी देनी होगी वरना वह घर से भाग जाएगी।

आध्या की नई मां कहती है कि प्रिया यहां से कहीं नहीं जा सकती अगर वह कहीं गई तो वह खुद को मार डालेगी, और अगर किसी ने मेरे और प्रिया के बीच आने की कोशिश की तो मैं उसे जान से मार दूंगी। तभी वहां आध्या अपना बैग लेकर आती है और कहती है मैं यहां नहीं रह सकती, मैं यह घर छोड़कर जा रही हूं। आध्या की नई मां और पापा उसे रोकने की कोशिश करते हैं लेकिन वह नहीं रुकती और जैसे ही वह दरवाजा खोलने वाली होती है उसकी मां कहती हैं कि वह पुलिस को फोन कर देगी और फिर चाइल्ड वेलफेयर वालों को जिसके बाद वह उसे ढूंढकर वापिस वहीं यूएस भेज देंगे यह सुनते ही आध्या अपने हाथ दरवाजे से पीछे खींच लेती है और सोचती है कि अगर चाइल्ड वेलफेयर वाले मुझे वापिस यूएस ले गए तो में मम्मी कैसे मिल पाएगी। उधर घर के बाहर अनुज खड़ा होता है और वह दरवाजे की घंटी बजाता है। आध्या वापिस अपना सामान लेकर अपने कमरे में चली जाती है और उसकी नई मां दरवाजा खोलती है। अनुज उन्हें चाबी देते हुए उन्हें पैंपलेट देकर 'अनु की रसोई' के बारे में बताता है। 

उधर अनुपमा की दुकान पर शाम तक कोई ग्राहक नहीं आता, सागर लोगों को रोक रोककर खाना एक बार टेस्ट करने को कहता है पर कोई भी नही आता। तभी पीछे से पाखी और तोशू आते हैं, तोशू कहता है एक बर्गर और भी इसके अलावा कुछ बेस्ट है आपके इस ठेले पर तो दे देना। अनुपमा उन्हें देखती है तोशू कहता है हम ग्राहक हैं और ग्राहक भगवान का रूप होता है और भगवान को ऐसे लुक्स कौन देता है? मीनू अनुपमा से मेनू मांगती है लेकिन अनुपमा उनसे कहती है की उन्हें ना तो मेनू मिलेगा और ना ही खाना मिलेगा। वह दोनों अनुपमा को खूब खरी खोटी सुनाते हैं और तोशू कहता है कि ऐसा लगता है आपके हाथ में खुशियों वाली लकीर ही नहीं है। अनुपमा कहती है चाणक्य के हाथ में भी विद्या की लकीर नही थी, तो उन्होंने चाकू से काटकर अपनी हथेली पर विद्या की लकीर बना ली, और आज सुबह प्याज कट्टे वक्त मेरी हथेली पर भी पड़ गया है वह उन दोनों को वहां से भागने को कहती है। पाखी कहती है अपने पहले ग्राहक को ही भागा रही हैं, अनुपमा कहती है ग्राहक वह होते हैं जो कुछ खरीदने आए, ताने सुनाने और नेगेटिविटी बेचने वाले को ग्राहक नहीं कहते हैं। अनुज रेडियो पर गाने चलाता है और अनुपमा मन में सोचती है वक्त को बदलते देर नहीं लगती आज बोनी नही हुई तो क्या हुआ कल फिर सूरज निकलेगा, नया दिन नई उम्मीद लेकर आएगा, 'अनु की रसोई' भी चलेगी और आशा भवन भी हाथ से नहीं जाएगा, इसी के साथ आज का एपिसोड खत्म हो जाता है।


प्रीकैप: अनुपमा के आज के प्रोमों में दिखाया जाता है की, अनुपमा की दुकान पर कुछ लोग तोड़-फोड़ मचाने लगते हैं। अनुपमा उन्हें देखती है और उन्हें रोकने की कोशिश करती है, अनुपमा उनसे पूछती है, मेरी दुकान क्यों तोड़ रहे हो? पर वह अनुपमा की दुकान पर तोड़-फोड़ मचाना जारी रखते हैं और पेट्रोल भी छिड़कने लगते हैं। अनुपमा उनसे पूछती है, कौन हो तुम लोग? यह क्या कर रहे हो? वह अनुपमा को धक्का देते हैं और तोड़-फोड़ जारी रखते हैं। तभी उनमें से एक आदमी माचिस की तिल्ली जलाता है, अनुपमा कहती है में तुम लोगों के आगे हाथ जोड़ती हूं, लेकिन वह आदमी उसकी एक नही सुनता और अनुपमा की दुकान पर आग लगा देता है। अनुपमा यह देखकर चिल्लाते हुए रोने लगती है इसी के साथ आज का प्रोमों खत्म हो जाता है।


Anupama New Promo



1 Comments

  1. anupma ke sath hamesha galat kyon hota hai?

    ReplyDelete
Previous Post Next Post