Anupama 14th August 2024 Written Update Hindi: अनुपमा को मिला कैंटीन में खाना बनाने का कॉन्ट्रैक्ट

Anupama 14th August 2024 Written Update Hindi
Anupama 14th August 2024 Written Update Hindi: अनुपमा को मिला कैंटीन में खाना बनाने का कॉन्ट्रैक्ट

Anupama 14th August 2024 Written Update Hindi: अनुपमा के आज के एपिसोड की शुरुआत अनुपमा से होती है जो मीनू के कॉलेज कैंटीन में खाना बनाने का कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने के लिए जाती है और कॉलेज के डीन से एक मौका मांगती है। कॉलेज के दिन उसे कॉलेज के कैंटीन में खाना बनाने के कॉन्ट्रैक्ट के साथ-साथ घर की पार्टी में खाना बनाने का ऑर्डर भी दे देते हैं। आगे दिखाया जाता है कि कैसे किंजल पाखी को बेवकूफ बनाती है और अनुज को कॉलेज स्टूडेंट्स ने सागर समझकर मारने की कोशिश की लेकिन अनुज कैसे उनसे बच जाता है।


अनुपमा को मिला कैंटीन में खाना बनाने का कॉन्ट्रैक्ट

अनुपमा कॉलेज कैंटीन का कॉन्ट्रैक्ट लेने के लिए जाती है कॉलेज के डीन पूछते हैं कि आपके पास कॉलेज कैंटीन का कोई एक्सपीरियंस, बायोडाटा या रिफ्रेंसेस है, अनुपमा उसकी ओर अपना टिफिन बढ़ाती है वह पूछता है टिफिन? अनुपमा कहती है यह टिफिन मेरा बायोडाटा है और खाने का स्वाद और उसकी खुशबू खाना खाने के बाद ही पता चलता है पेपर पर लिखकर नहीं, वह टिफिन खोलकर खाना उसके सामने परोसती है और कहती है खाना खाकर देखिए सर। डीन कहते हैं खुशबू तो अच्छी है वह खाना खाकर देखता है और कहता है बिल्कुल घर के खाने जैसा है, अनुपमा कहती है घर का खाना ही है सर वह उसे मीठे में खीर खाने को देती है, डीन कहता है अच्छा है बिल्कुल घर जैसा खाना है, अनुपमा कहती है कैंटीन के लिए भी में ऐसा ही खाना बनाऊंगी, भले ही क्वांटिटी ज्यादा होगी पर क्वालिटी में जरा भी कमी नहीं आएगी। डीन कहता है कि मैं आपको जानता हूं मेरी वाइफ सुपरस्टार सैफ देखा करती थी उसने आप ही विनर थी ना? लेकिन आप यूएस से वापस क्यों आ गई? जहां तक मुझे पता है केश वगैरा था पर एंड मैं तो आपका नाम क्लियर हो गया था तो फिर क्यों?

अनुपमा कहती है पर्सनल वजह थी सर, कॉलेज के डीन पूछते हैं अनुपमा जी यह बताइए कि मैं आपको कॉलेज कैंटीन का कॉन्ट्रैक्ट क्यों दूं? अनुपमा कहती है क्योंकि आपके कॉलेज में इतने सारे बच्चे हैं और खासकर जो बच्चे हॉस्टल में रहते हैं, वह पहले-पहले जब घर से आते हैं तो उन्हें बाहर का खाना बहुत अच्छा लगता है लेकिन बाद में घर के खाने के लिए तरस जाते हैं क्योंकि बाहर का खाना भले स्वाद होता है लेकिन रोज-रोज तो अच्छा नहीं होता और सेहत के लिए तो बिल्कुल अच्छा नहीं होता और यह सारे बच्चे जब डॉक्टर बनेंगे तो जब इनकी सेहत अच्छी नहीं होगी तो यह पैसेंट की सेहत कैसे देखेंगे? और मुझे आपको बताने की जरूरत नहीं है कि मैदा और सोड़ा सेहत के लिए कितना हानिकारक होता है बाहर के खाने की घर के खाने से तुलना हो ही नहीं सकती है सर। आगे वह कहती है हम एकदम घर का पोष्टिक खाना बनाएंगे, घर का खाना खाकर मन, आत्मा सब तृप्त जाती है। बच्चों का पेट खुश रहेगा तो उनका मन खुश रहेगा और पूरा ध्यान पढ़ाई पर होगा।

कॉलेज के डीन अनुपमा से पूछते हैं कि इतने बच्चों का तीन टाइम खाना बनाना आसान नहीं होता आप कर पाएंगी? ऊपर से आपको एक्सपीरियंस भी नही है, अनुपना कहती है कि जब आपके स्टूडेंट्स पहली बार इंजेक्शन लगाने जाते हैं तो उन्हें भी एक्सपीरियंस नही होता ना, और करते-करते एक्सपीरियंस आ जाता है सर, एक मौका देकर देखिए में आपको निराश नहीं करूंगी, अमेरिका में एक बड़े बोर्ड पर लिखा देखा कि एक्सपीरियंस फॉलो फर्स्ट चांस, मुझे वह फर्स्ट चांस दे दीजिए। आगे वह कहती है कोई जोर जबरदस्ती नहीं है सर, आप आराम से सोच कर बता दीजिएगा इसके बाद वह कहती है चलती हूं सर, डीन कहते हैं अपना टिफिन तो लेकर जाइए, अनुपमा कहती है आप टेंशन मत लीजिए सर कोई भी औरत अपना डब्बा कभी नहीं छोड़ती और स्टेनलैस स्टील का तो कभी भी नही, गलती से वह कह देती है मैं मीनू से कह दूंगी वह ले आएगी।

कॉलेज के डीन पूछते हैं कौन मीनू? अनुपमा बताती है कि आपकी नई इंटर्न है मीनाक्षी पटेल, डीन पूछता है कि वही जो रसिया से एमबीबीएस करके आई है, अनुपमा कहती है हां। कॉलेज के डीन पूछते हैं वह आपके? अनुपमा कहती है भांजी है, कॉलेज के डीन कहते हैं काफी ब्राइट स्टूडेंट है, अनुपमा कहती है सोचकर बताइएगा सर, आगे वह कहती है कि अगर घर में फंक्शन पार्टी या किटी पार्टी हो तो भी हम ऑर्डर लेते हैं अगर आपके पहचान में भी कोई हो तो बताइएगा, कॉलेज के डीन कहते हैं कि मेरे घर पर एक पार्टी है क्या आप उसके लिए कैटरिंग का ऑर्डर लेंगे? अनुपमा कहती है हां लूंगी ना, पूछ क्या रहे हैं सर, कॉलेज के डीन कहते हैं मेरा मतलब है कि कॉलेज कैंटीन के साथ-साथ पार्टी ऑर्डर संभाल लेंगे ना आप? अनुपमा खुशी से फूले नहीं समाती और उन्हें एक मौका देने के लिए धन्यवाद देती है।


किंजल ने पाखी को बनाया बेवकूफ

आगे पाखी मीनू से पूछती है कि तुम्हारी तबियत खराब है इसलिए इतनी परेशान और चुप चाप हो या तुम्हारा मूड ठीक नही है वह पूछती है कहीं ऐसा तो नहीं है की मेरे आने से तुम्हारा कोई प्लान खराब हो गया? आगे वह कहती है किसी से मिलना था क्या? तभी किंजल उसे फोन करके बहाने से बुलाती है पाखी अपनी जगह मीनू को वहां भेजती है। कुछ देर बाद पाखी उन्हें पूछती है की इतना समय क्यों लग रहा है? आप कॉफी लेने गए हो या बनाने? किंजल बहाना बनाते हुए कहती है आज वीकेंड है ना तो यहां पर बहुत भीड़ है वह पाखी को भी कहती है कि यहीं आ जाओ अकेले कार में बोर हो जाओगी। पाखी कहती है नही भाभी आप ही लेकर आ जाओ मैं वेट करती हूं, किंजल और मीनू घर चले जाते हैं किंजल मीनू से कहती है की तुम मम्मी और सागर से जल्दी मिलकर आ जाओ, पाखी घर आने के बाद ऐसा तांडव करेगी ना, पर डोंट वरी मेरे पास उसका भी बहाना है।


अनुज को मारने आए कॉलेज स्टूडेंट्स

अनुपमा कॉन्ट्रैक्ट हासिल करके बाहर आती है और देखती है की अनुज गायब है वह सभी से उसके बारे में पूछती है लेकिन कहीं पता नहीं चलता लेकिन थोड़ी देर ढूंढने के बाद वह मिल जाता है। अनुपमा पूछती है मेरी जान निकल गई थी कहां चले गए थे आप? आगे फ्लैशबैक शुरू होता है जहां कुछ कॉलेज के लड़के सागर को मारने के लिए ऑटो के सामने आते हैं और देखते हैं कि वहां सागर नही है बल्कि अनुज है, अनुज उनसे उनकी हॉकी छीनता है और उसे तोड़कर वापिस कर देता है वह लड़के डर जाते है। अनुज यह बात अनुपमा को नही बताता और उससे कहता है कि वह पानी लेने गया था, वह अनुपमा से पूछता है क्या हुआ? तुम रो क्यों रही हो? अनुपमा कहती है हम साथ हैं तो सब ठीक है आज आप साथ में थे तो सब काम ठीक हो रहे हैं। अनुज पूछता है तुम जो चाहती थी वह तुम्हें मिल गया ना? अनुपमा उसका हाथ पकड़कर कहती है हम साथ हैं बस सब कुछ मिल गया, वह ऑटो में बैठकर जाने लगते हैं अनुज अनुपमा से पूछता है कि अगर तुम्हें कोई काम नहीं है तो थोड़ी देर मंदिर चले? क्योंकि मुझे कान्हा जी से कहना है की मुझे आध्या से जल्दी मिला दें।


मीनू गई सागर से मिलने आशा भवन

मीनू आशा भवन पहुंचती है सागर उसे देखकर कहता है तुम्हें यहां नहीं होना चाहिए था तुम्हारे मामू? मीनू कहती है वह बाद की बात है तुम पहले मेरी बात सुनो मुझे माफ कर दो मेरी वजह से तुम्हारी यह हालत है। सागर कहता है कॉलेज में मार पिटाई मेंने की थी तुम्हारी कोई गलती नही है, मीनू कहती है लेकिन वजह तो मैं हूं ना? कभी तुम मेरी वजह से गाली खा जाते हो कभी पिट जाते हो और मुझे तुम्हें ऐसे देखकर बिल्कुल अच्छा नहीं लग रहा है जब से मैं आई हूं तुम्हारे लिए प्रॉब्लम्स क्रिएट किए जा रही हूं मुझे माफ कर दो सागर। सागर मीनू से कहता है डॉक्टर अपने पेसेन्ट के सामने ऐसे रोते अच्छे नहीं लगते वह अपने पेसेन्ट का हौसला बढ़ाते हुए अच्छे लगते हैं वह उसके आंसू साफ करता है तभी वह सोचता है कि वह एक मामूली ऑटो वाला है, वह मीनू से कहता है तुम जाओ यहां से अगर तुम्हारे मामू को पता चल गया तो वह मेरी पिटाई कर देंगे।



प्रीकैप: अनुपमा के आज के प्रोमों में दिखाया जाता है कि अनुपमा और अनुज मंदिर जा रहे होते हैं और अनुपमा जाते-जाते अपने मन में कान्हाजी को धन्यवाद देते हुए कहती है धन्यवाद कान्हाजी। आपकी ही कृपा है कि इकॉन थ्रेट मिल गया, अब आशा भवन के दिन फिर जाएंगे। अनुज भी उसके साथ जाते हुए अपने मन में सोचता है कि लगता है सब ठीक हो जाएगा और मेरी अध्या मुझे वापिस मिल जाएगी, उसका चेहरा दिखाने के लिए और यह बताने के लिए कि वह इस शहर में है यहीं मेरे पास है, बहुत-बहुत धन्यवाद कान्हाजी। आगे अनुपमा मन में कहती है इसी मंदिर में आपने मेरे अनुज से मुझे फिर से मिलवाया था, एक कृपा और कर दीजिए कन्हाजी हमारी आध्या को भी मिलवा दीजिए। तभी मंदिर में आध्या पहुंचती है अनुज और अनुपमा को लगता है कि वह आध्या है, वह उसका पीछा करते हैं तभी कोई उसे पुकारता है, प्रिया बेटा। वह पीछे मुड़ती है, और अनुपमा और अनुज चौंक जाते हैं, क्योंकि वह आध्या ही है। पर उसका नाम, प्रिया कैसे हुआ? यह जानने के लिए आपको, कल तक का इंतजार करना होगा।


Upcoming Story Of Anupama



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