Anupama 22st June 2024 Written Update In Hindi: रंग में भंग डालने शादी में पहुंची श्रुति

Anupama 22st June 2024 Written Update In Hindi
Anupama 22st June 2024 Written Update In Hindi: रंग में भंग डालने शादी में पहुंची श्रुति


Anupama 22st June 2024 Written Update In Hindi: अनुपमा के आज के नए एपिसोड की शुरुआत डिम्पी और टीटू के हल्दी समारोह से होती है। जहां परिवार के सभी लोग डिम्पी और टीटू को हल्दी लगाते हैं जिसके बाद सभी परिवार के लोग एक एक करके उन्हें आशीर्वाद देते हैं। फिर अनुपमा और सभी डांस करते हैं इस बीच डांस करते हुए अनुपमा के हाथों से अनुज पर हल्दी लग जाती है। उधर उसी समय पर श्रुति भी वहां पहुंचती है और दोनों को देखती है। श्रुति दोनों के सामने आती है और अनुज को अपनी ओर खींच कर गले लगा लेती है और कहती हैं कि मैने तुम्हें बहुत याद किया। इसे देखकर वनराज कहता है यह लव ट्रैंगल नहीं फन ट्रैंगल है। अनुज कहता है, श्रुति तुम अचानक इसपर श्रुति कहती है अच्छा हुआ ना की मैं आ गई वर्ना यहां जो हो रहा है वो सब में मिस कर देती।


आद्या कहती है कि मैं बहुत खुश हूं कि आप यहां आ गए अब मुझे समझ आया की आपका फोन क्यूं नही लग रहा था पर क्या आप सही हैं। श्रुति कहती है की तुम दोनों के साथ नहीं थी तो ठीक नहीं थी लेकिन अब बिल्कुल ठीक हूं और अब सब ठीक होगा, वह अनुपमा की ओर देखते हुए बोलती है, है ना। अनुज कहता है श्रुति तुमने मुझे बताया नही की तुम आने वाली हो, वरना मैं तुम्हें पिक अप करने एयरपोर्ट आ जाता। श्रुति कहती है एके मैं तो तुम्हें सप्राइज करने आई थी लेकिन यहां तो मुझे ही सप्राइज मिल गया। श्रुति घरवालों से कहते है की सॉरी में बिना बताए यहां आ गई इसके लिए मैं शर्मिंदा हूं। इसपर बाबूजी कहते हैं नहीं बेटे हमें अच्छा लगा की तुम आगयी। इसपर वनराज कहता है, अच्छा नहीं बहुत अच्छा लगा कि आप आ गई अब मजा नहीं बहुत बहुत मजा आएगा। आगे श्रुति कहती है की पहले मैंने सोचा था की नहीं जाऊंगी पर यहां सभी को साथ देखा तो मुझसे रहा ही नहीं गया और मुझे लगा की मुझे भी जाना चाहिए और अब लग रहा है की यहां आके मैंने बिल्कुल ठीक किया।


वनराज गाते हुए कहता है, तुम आ गए हो नूर आ गया है नही तो चारागो से लौ जा रही थी। इसपर श्रुति तालियां बजाकर कहती है बहुत ही अच्छा गया आपने। आगे श्रुति अनुज को देखते हुए कहती है, ये क्या एके मेरे शिवा तुम्हें हल्दी और कौन लगा सकता है यह कहने के बाद वह अनुज के चेहरे पर लगी हल्दी को मिटा देती है और कहती है कि, तुम्हें हल्दी लगाने का हक सिर्फ मेरा है उसके बाद वह अनुज का हाथ पकड़कर अपने चेहरे पर हल्दी लगती है और अनुज से कहती है यह हुई ना परफेक्ट हल्दी। आगे श्रुति कहती है कि मैं सोच रही थी की हल्दी तो लगा ही ली है जल्दी से शादी भी कर लें। बा कहती हैं, अभी तू अमेरिका में नही है यहां भारत में है तो यहां की शर्म और लिहाज का पानी भी पी लो। श्रुति कहती है, सॉरी बा पर यहां का माहौल देखा तो सबकुछ बहुत एडवांस लगा तो मुझे लगा कि मैं भी थोड़ा ओपन हो सकती हूं पर अगर किसीको बुरा लग रहा है तो मुझे माफ कर देना। इसपर वनराज कहता है, इट्स ओके यह इश्क होती ही ऐसी चीज है सबके होश उड़ा ही देती है आप अपने अनुज को तो हल्दी लगा ही चुकीं है अब मेरे डिम्पी और टीटू को भी हल्दी लगा दीजिए आपकी हल्दी का रंग तो और भी गहरा होता है। श्रुति अनुज को लेकर जाती है और उसका हाथ थामकर हल्दी डिम्पी और टीटू को लगा देती है। यह देखकर अनुपमा वहां से अपने आंसू छिपाए चली जाती है।


अकेले में जाकर अनुपमा उन बातों को याद करते हुए खूब रोती है उसे श्रुति का अनुज को गले लगाना और उसे हल्दी लगाना अच्छा नहीं लगता। तभी वहां देविका और किंजल वहां पहुंच जाती है और अनुपमा से बात करने की कोशिश करते हैं पर अनुपमा देविका से कहती है मुझे थोड़ी देर के लिए अकेला छोड़ दे। लेकिन वह अनुपमा से बात करने की जिद करते हैं तो अनुपमा उन पर गुस्सा हो जाती है जिसके बाद वह दोनों वहां से चले जाते हैं। देविका और किंजल आपस में कहते हैं की, इस श्रुति को यहां आने की क्या जरूरत थी अच्छा खासा अनु और अनुज एक-दूसरे के करीब आ रहे थे एक उम्मीद नजर आ रही थी कि शायद दोनों के बीच सब ठीक हो जाएगा लेकिन श्रुति के आने से सब बर्बाद हो गया। पर श्रुति के प्वाइंट ऑफ व्यू गलत नहीं है अनुज उसका फियोनसे है और कोई भी लड़की यह नहीं चाहेगी कि उसका होने वाला पति उसके एक्स के आस-पास भी भटके और श्रुति का इस दुनिया में अनुज और आद्या के अलावा कोई नहीं है वह किसी भी कीमत पर अनुज को खोना नहीं चाहेगी लेकिन कई बार लास्ट बॉल पर मैच पलट जाती है कितनी बार मंडप में शादियां कैंसल हो जाती हैं। किंजल कहती है, क्या पता अनुज जी को रियलाइज हो जाए की उनकी खुशी मम्मी के साथ है श्रुति के साथ नहीं।


अनुपमा खुद को कोसते हुए कहती है पागल हूं में, पांच सालों से दूर रही तब काबू कर लिया अपने प्यार पर तो अब क्या हो गया था तुझे, अकल क्या घास चरने गई थी, ऐसी गलती कैसे कर सकती है तू, अनुज कभी खुश नहीं रहेंगे तेरे साथ। अब में श्रुति जी के सामने क्या मुंह लेकर जाऊंगी। अनुज श्रुति से कहता है कि तुम्हारे ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने तुम्हें इतना लंबा सफर करने से मना किया था और फिर तुम अभी अभी व्हील चेयर से उठी हो, तुम्हें केयरफुल होना चाहिए था। तुम्हें बॉडी में कोई पैन है तो बता दो मैं डॉक्टर को मेडिसिन देने को बोल दूंगा। श्रुति कहती है पैन है लेकिन बॉडी में नहीं है, यह सुनकर अनुज वहां से निकलने के लिए बहाने मरता है लेकिन श्रुति उसका हाथ पकड़ लेती है और अनुज से पूछती है कि तुम मेरे यहां आने से खुश नहीं हो ना? अनुज कहता है ऐसा कुछ नहीं है वह दोबारा पूछती है इस बीच अनुज अनुपमा की पुरानी यादें आती है जिसमें वह कहती है कि मैं मरते दम तक अनुज से प्यार करती रहूंगी लेकिन वह फिर भी श्रुति से कहता है कि ऐसा कुछ है ही नहीं। वह फिर से अनुज को गले लगा लेती है जिसपर अनुज कहता है कि अभी अंदर बा ने तुम्हें टोका था तुम फिर वही कर रही हो किसी की दो बातें क्यों सुननी है


श्रुति कहती है जब सब वहां थे तब नहीं डर रहे थे और अब डर रहे हो? मैं हमारे हल्दी मूवमेंट की बात कर रही थी। वह अनुज से कहती है की मेरी तुमसे और आदि से बात नहीं हो पा रही थी जिसकी वजह से मुझे बहुत घबराहट हो रही थी मुझे लग रहा था कि तुम सिर्फ फिजिकली ही नहीं बल्कि इमोशनली भी मुझसे दूर हो गए हो।। इसपर अनुज कहता है कि मैं तुम्हें फोन भी करता था और मेडिकल स्टाफ से तुम्हारी खबरें लेता रहता था। श्रुति कहती है लेकिन बात तो हर घंटे फोन करने की हुई थी और में समझती हूं की शादी वाले घर में बार बार बात नहीं हो पाती है इसीलिए मैं आ गई हूं। अनुज श्रुति के लिए जूस लाने जाता है बीच में उसे अनुपमा मिलती है वह अनुपमा को आंसू साफ करने को कहता है लेकिन अनुपमा के आंसू नहीं रुकते और वह वहां से चली जाती है। 


उधर वनराज खूब डांस करता है और हंसते हुए कहता है कि यह शादी तो वैसे भी होने नही वाली लेकिन शादी से पहले यहां हर रोज नया तमाशा होगा अनुपमा की चारों तरफ से बैंड बजेगी बहुत मज़ा आएगा पिछले सारे हिसाब बराबर हो जायेंगे। काव्या कहती है कि तुम्हें दूसरों को दुखी देखकर बहुत मजा आता है ना वनराज कहता है, नही दूसरों को नही सिर्फ अनुपमा को इसपर काव्या कहती है कि तुम सिर्फ डिम्पी और टीटू की शादी पर फोकस करो तभी देवराज कहता है कि वह शादी तो वैसे भी....
इसपर काव्या पूछती है वैसे भी क्या? तुम जरूर इस शादी को तुड़वाना चाहते हो ना? देवराज कहता है ऐसा बोलकर तुम मेरा मजा खराब मत करो और वहां से चला जाता है।
काव्या अपने आप से कहती है की यह तो समझ आता है की तुम इस शादी को तुड़वाना चाहते हो पर क्या तुम ऐसा कर पाओगे या डिम्पी और टीटू का प्यार तुम्हारी नफरत को हरा देगा?


उधर डिम्पी, टीटू से कहती है कि, श्रुति मम्मी को गलत समझेगी। तभी वहां बीजी आती हैं और उनकी जोड़ी की तारीफ करती हैं। इसी बीच बा आती है और कहती है की अब तुम दोनों की हल्दी हो गई है हो सके तो प्लीज बाहर नहीं निकलना। इसपर डिम्पी और टीटू कहते हैं कि बा आप सॉरी क्यों बोल रही हैं आपको हक से कहना चाहिए। डिम्पी, बीजी और टीटू से कहती है बा बाबूजी आज सुबह से ही कुछ अजीब सा बिहेव कर रहे हैं मुझे लग रहा है कल रात की वजह से। इसपर बीजी कहती है तुम सिर्फ अपने हनीमून पर ध्यान दो। तभी अंश कहता है की मैं भी आपके साथ हनीमून पर जाऊंगा टीटू कहता है हां अंश लेकिन किसी को बताना नही। अंश जाता है और माही, ईशु और परी को भी हनीमून पर जाने की बात बताता है। इसपर सभी घरवाले कहते हैं की आजकल के बच्चे ऐसे वर्ड कैसे बोलते हैं हमारे समय में तो ऐसे वर्ड सुनने पर भी शर्म आती थी। बाबूजी तपिश से अपना सामान यहां शिफ्ट करने के लिए कहते हैं। पड़ोसी इसपर टिप्पणी करते हैं कि तपिश घर जमाई कैसे बन सकता है? वनराज कहता है कि वह यहां एक बेटे के रूप में रहेगा। अनुपमा कहती हैं कि लड़कियों के ससुराल जाने का रिवाज लोगों ने बनाया है और जब लड़का लड़की के घर शिफ्ट होता है तो लोग ताने मारते हैं वह आगे कहती है कि टीटू का कोई परिवार नहीं है और डिंपी का एक परिवार है, इसलिए उनसे दूर रहने मैं नहीं बल्कि उनके साथ रहने मैं भलाई है हम सब को गर्व है की हमें इतना सुलझा और समझदार दामाद मिल रहा है जो परिवार में दामाद नहीं बेटा बनना चाहता है थैंक यू तपिश। वनराज मन में सोचता है कि बेटा तो तब बनेगा जब यह शादी होगी इसी के साथ आज का एपिसोड खत्म हो जाता है।


प्रीकैप: फूड क्रिटिक महिला श्रुति को बताती है की मैं सिर्फ स्पाइस और चटनी के मैनेजमेंट को चेतावनी देना चाहती थी लेकिन आपके आग्रह पर मैने उस घटना की सूचना स्वास्थ्य और स्वच्छता विभाग को दी और सभी मीडिया हाउस को खबर फैला दी। श्रुति कहती है मेरे होने वाले पति को इस स्पाइस और चटनी वाले मामले के बारे में कुछ भी पता नहीं चलना चाहिए मैं ऐसा नहीं चाहती कुछ हो। फूड क्रिटिक महिला कहती है चिंता मत करो अब यह हमारा सिक्रेट रहेगा। अनुपमा भी उसी होटल में होती है और कहती है इसका मतलब श्रुति जी के कहने पर इस क्रिटिक ने मीडिया में न्यूज फैलाई। आगे घर में Truth और Dare वाला गेम चल रहा है जिसमें अनुपमा कहती है की श्रुति जी चाहे Truth या फिर Dare सवाल तो इनसे मैं ही पूछूंगी। अनुपमा श्रुति से पूछती है Truth या Dare, श्रुति truth को सेलेक्ट करती है।



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